चाँद देखने के बाद पढ़ने की दुआ
अल्लाहुम्मा अहिल्लहु बिल युमनी वल इमानि वस सलामती वल इस्लामी वत्ताफीकी” लिमा तुहिब्बु व तरदा रब्बी व रब्बू कल्लाह
तर्जुमा
ऐ अल्लाह तू इस चाँद को हम पर अमन व ईमान सलामती और इस्लाम के साथ तलु फरमा मेरा और तेरा रब अल्लाह है |ऐ अल्लाह इस चाँद को हमारे ऊपर बरकत और ईमान और सलामती और इस्लाम के साथ और इन आमाल की तौफीक के साथ निकला हुआ रख जो तुझे पसंद है ऐ चाँद मेरा और तेरा रब अल्लाह है |
बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम
चाँद को देखने की दुआ के बारे में अगर आप नया महीने का चाँद देख रहे है तो आप को पता होना चाहिए की चाँद देखने के बाद दुआ पढ़ी जाती है और इसका बहुत बड़ा फजीलत बताया गया है जब भी नया चाँद देखें तो इस प्यारी और छोटी सी चाँद देखने की दुआ को पढ़कर उस चाँद को देखिये यक़ीनन हदीस शरीफ में दर्ज इस नया चाँद देखने की दुआ को पढ़ने की बरकत से हर महीने का चाँद हमारे लिए खुशियां लेकर आएगा.और इससे देखने का भी सवाब हासिल होगा इंशा अल्लाह और महीने शुरू होने के साथ ही इस दुआ के ज़रिये खूब अजर वो सवाब भी कमाए न जाने कौनसी सुन्नत पर अमल हमें जन्नत का हक़दार बना दे आप जबभी चाँद देखने तो ये दुआ पढ़ने के बाद अपनी नेक और जायज दुआ अल्लाह बारक़ व तआला से मांगे इन्शाह अल्लाह आपकी दुआ जरूर क़ुबूल होगी