3.सूरह फ़लक

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
1.कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
2.मिन शररी मा ख़लक़
3.वामिन शररी ग़ासिकिन इज़ा वकब
4.वामिन शररिन नफ़फ़ा साती फ़िल उक़द
5.वामिन शररी हासिदिन इज़ा हसद

सूरह फ़लक़ तर्जुमे के साथ

अल्लाह के नाम से शुरू जो निहायत मेहरबान व रहम वाला ।
1.तुम फ़रमाओ मैं उसकी पनाह लेता हूँ ! जो सुबह का पैदा करने वाला है
2.उसकी सब मख्लूक़ के शर से
3.और अंधेरी डालने वाले के शर से जब वह डूबे
4.और उन औरतों के शर से जो गिरहों में फूंकती हैं।
5.और हसद वाले के शर से जब वह मुझ से जले